जैसा की हम सभी जानतें हैं कि पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है जिसके कारण पूरब में सूर्योदय और पश्चिम में सूर्यास्त होता है। यह अपनी धुरी पर लगभग 1670 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से घूमती है, और सूर्य का चक्कर 30 किलोमीटर प्रति सेकण्ड की रफ़्तार से करती है जो लगभग 67,000 मिल प्रति घंटा तक होती है। एक सामान चाल होने की वजह से धरती के वातावरण सामान रूप से रहता है। पर क्या कभी अपने सोचा है कि अगर पृथ्वी कुछ समय के लिए घूमना बंद कर दे।
सोचिये अगर पृथ्वी 10 सेकेण्ड के लिए अपने अक्ष पर घूमना बंद कर दे तो क्या होगा। इतने समय तक अगर पृथ्वी घूमना बंद कर दे तो भारी तबाही आ जाएगी। धरती पर जितने भी चीज मौजूद होंगे वह 1670 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा में उड़ने लगेंगे। यह ठीक वैसा ही रिएक्शन होगा जब किसी चलती बस में अचानक से ब्रेक लगने पर आगे की ओर हम झुक जाते हैं। इंसान, पक्षी और जानवर सभी 1670 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा में उछल जायेंगे। यह रफ्तार बहुत तेज होगी लेकिन इतना भी तेज नहीं कि हम अंतरिक्ष में चले जाएंगे। पृथ्वी अगर 10 सेकंड के बाद रुक भी जाती है तो तब भी इसका एटमॉस्फियर 1670 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से घूमता रहेगा। समुद्र के जलस्तर अचानक से उच्चे-उच्चे लहरों के साथ भयंकर सुनामी लायेगी। पृथ्वी के साउथ पोल और नार्थ पोल जलमग्र हो जायंगे। समुद्र तट पर स्थित जागे हैं पूरी तरह से डूब जाएगी। लहरों की इतनी ऊंची दीवारें उठेगी कि सब कुछ तबाह कर देगा। जगह-जगह पर कई जवालामुखी विस्फोट हो जायँगे। वही पृथ्वी पर आई इस आपदा से हवाई जहाज में यात्रा कर रहे लोग भी नहीं बच पाएंगे। क्योंकि आसमान में भी हवाएं बहुत तेज हो जाएगी।
जब 10 सेकंड के बाद पृथ्वी फिर से घूमना चालू कर देगी तब एक भयंकर झटके के साथ फिर से उथल-पुथल मचेगा। लेकिन धीरे-धीरे चीजें समान होने लगेगी। समुद्र का पानी फिर से वापस लौटकर महासागरों में जाने लगेगी। नॉर्थ पोल और साउथ पोल पानी से बाहर आने लगेंगे। लेकिन इस 10 सेकंड की तबाही में पृथ्वी पूरी तरह से तहस-नहस हो जाएगी चारों तरफ मलबा ही मलबा रहेगा। चीजों को फिर से नार्मल होने में हजार वर्ष तक लग सकतें हैं। और अगर पृथ्वी अचानक से 10 सेकेण्ड के लिए सूर्य की परिक्रमा करना ही बंद कर दे तो फिर सोचिये क्या होगा।
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