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Wednesday 26 April 2017

रहस्यमय तरीके से गायब हो गईं 10 बेहद विकशित शहरें, जाने इसके पीच्छे की कहानी।

जब से यह दुनिया बनी है तब से अनेकों सभ्यताओं ने इस धरती पर जन्म लिया और वक्त के साथ रहस्यमय तरीके से गायब हो गए। आज हम इतने विकसित हो गए हैं की हम सभी कभी यह सोच भी नहीं सकते हैं कि वें कभी इतने विकसित या महान थे। शायद वें हमसे भी ज्यादा विकसित थे, तभी तो आज के पुरातत्वविदों ने बहुत से ऐसे पुराने शहरों का खंडर को ढूंढा है, जो यह दर्शाता है कि वें बेहद विकसित थें। उनकी शहर की बनावट, घरों की बनावट और उन्होंने ऐसे आश्चर्यजनक चीजों को भी बनाया जिन्हें देखकर आज के वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित होते हैं, जिन्हें आज की उन्नत तकनीक भी वैसी नहीं बना सकती है। ये सब चीजें यह दर्शाता है कि उस समय मानव ने कितनी अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके इसे बहुत ही बेहतर तरीके से बनाया था। सैकड़ों वर्षों से खोजकर्ताओं ने ऐसे अनेक विशाल मंदिरों, खजाने से भरा विशाल गड्ढें, शानदार महलें और संपन्न शहरे जो कृषि केंद्र से लेकर व्यापार मार्गों तक बहुत ही उन्नत थें। लेकिन यह सभ्यताएं कैसे विलुप्त हो गई इसका जवाब आज भी अज्ञात है। यहां ऐसे ही 10 महान सभ्यताओं का जिक्र है जिनकी विलुप्ति का कारण बेहद ही रहस्यमय बना हुआ है, जिन पर से शोधकर्ताओं ने कुछ-कुछ पर्दा उठाने की कोशिश की है।
1. माया सभ्यता।
Image: The maya

माया सभ्यता शायद यह एक क्लासिक उदाहरण हो सकता है उन बेहद उन्नत सभ्यताओं में से, यह सभ्यता विलुप्त हो गया है। यह सभ्यता उस समय ज्यादा चर्चा में आई जब पूरी दुनिया में यह बात फैली हुई थी की 2012 में पूरी दुनिया का अंत सुनिश्चित है। क्योंकि माया सभ्यता के अनुसार उन्होंने अपने कैलेंडर में 2012 के बाद कोई तारीख अंकित नहीं की थी, जिससे यह अफवाह ज्यादा फैल गई की उन्होंने शायद इसके बाद दुनिया का अंत होने के कारण, इसके आगे कोई तारीख अंकित नहीं की है। पुरातत्वविदों ने माया सभ्यता की खोज मध्य अमेरिका के जंगलों में की। यह अपने महान स्मारको शहर और बेहद सुनिश्चित तरीके से सड़कों के कारण उन्नत था। इसके आस - पास और भी छोटे - छोटे गांव का खंडर मिला जो इस सभ्यता से जुड़ी हुई थी। हालांकि इस सभ्यता के भाषाएं और परंपराएं आज भी मध्य अमेरिका में कहीं कहीं देखने को मिल जाती है।
Image: The maya

जिस समय यह सभ्यता अपने चरम विकास स्तर पर था, उस समय इसकी विज्ञान बेहद उन्नत थी। उन की सबसे बड़ी वास्तु कारनामें है। और बड़े पैमाने पर कृषि योजनाओं का कवर करना है, जो आज के मेक्सिको से ग्वाटेमाला और बेलीज तक फैली हुई थी। यह एक सबसे बड़ा मेसोअमेरिकी सभ्यता थी जो व्यापक लेखन में भी आगे थे, उन्होंने अपने समय में गणित और कैलेंडर का निर्माण किया था। इनकी परिष्कृत इंजीनियरिंग का नमूना देखने को आज भी मिलता है एक पिरामिड जो सीढ़ीदार खेतों के रूप में है। हालांकि यह अक्सर कहा जाता है कि माया सभ्यता का विलुप्त होने का कारण 900 ईस्वी में ही हुआ था जो जलवायु परिवर्तन का एक कारण हो सकता है या आपसी युद्ध या अकाल इन्ही के बीच यह शहर विलुप्त हो गया।
2. सिंधु घाटी सभ्यता।
Image: Indus Valley

प्राचीन दुनिया के महान सभ्यताओं में से एक है सिंधु घाटी सभ्यता इसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। हजारों साल पहले इस जगह पर लगभग 5 मिलियन लोग रहते थे, जो लगभग दुनिया के 10% आबादी को समेटे हुए थी। यह क्षेत्र आज के भारत, पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में फैली हुई थी। इस सभ्यता के 3000 साल पहले के बने हुए चीजों में से हैं इसके शानदार मार्ग ( सड़क के दोनों किनारों से नालियों की निकासी ), धातुकर्म की दुकाने, और बड़े पैमाने पर ईंट के बहुमंजिली इमारतों के नमूने मिले हैं।
Image: Indus Valley

इस सभ्यता के विलुप्त होने की संभावना यह लगाई जाती है कि बारिश के पैटर्न में धीरे-धीरे बदलाव के कारण खेती नहीं होना। जिससे इसके भारी आबादी को पर्याप्त भोजन ना मिलने के कारण यहां के लोग इस उन्नत जगह को छोड़कर यहां से पलायन कर गए ।
3. ईस्टर द्वीप ( Easter Island )
Image: Easter Island

ईस्टर द्वीप को भी लोग एक और खोया हुआ क्लासिक सभ्यता मानते हैं। इस द्वीप के समुद्री तट के किनारे विशालकाय पत्थर के मानवीय सर की मूर्तियां खड़ी है। यह रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया कि कैसे यह संपन्न पोलीनेशिया ( Polynesian ) सभ्यता सदियों तक फलने-फूलने के बाद अचानक से गायब हो गया, और यह भी कोई नहीं जान सका कि उस समय के लोग इस द्वीप पर सैकड़ों मिल की समुद्री दूरी को पार कर कैसे यहां आए थे, और इतनी उन्नत तकनीक के साथ उन्होंने इतनी बड़ी-बड़ी मानवीय मूर्तियों की रचना की।
Image: Easter Island

जारेड डायमंड ने बताया कि कई वैज्ञानिक अब अपनी पुस्तक कॉलेप्स ( Collapse ) में इस दीप को अविश्वसनीय रूप से परिष्कृत और उन्नत के रूप में किया है, लेकिन उनके तारीखों का कोई अस्थाई नहीं है। उनके अनुसार ईस्टर द्वीप की सभ्यता, संभवता 700 - 1200 ईस्वी के दौरान इस द्वीप पर पेड़ों और कृषि संसाधनों का इस्तेमाल करते थे। लेकिन आखिरकार वें इस द्वीप को क्यों छोड़ कर चले गए हैं, यह एक रहस्य बना हुआ है, सबसे बड़ा रहस्य यह है कि आखिर उन्होंने इस द्वीप पर इतने बड़े-बड़े मानवीय सिर को क्यों बनाया था।
4. कैटलहोयुक ( Catalhöyük )
Image: Catalhöyük

कैटलहोयुक को अक्सर दुनिया का सबसे पुराना शहर कहा जाता है। यह शहर 9000 - 7000 साल पहले के बीच अपने अस्तित्व में मौजूद था। यह एक बड़े शहर निर्माण और कृषि सभ्यता का हिस्सा था जो आज के दक्षिण मध्य तुर्की में है। इस सभ्यता के सबसे दिलचस्प इसकी संरचना है जो कि अधिकांश अन्य शहरों के विपरीत है इस शहर में कोई सड़के नहीं थी और उन्होंने एक छत्ते की तरह घर बनाया था एक दूसरे के बगल में, और घर में प्रवेश करने के लिए घरों के छतों में छेद के माध्यम से करते थे, ये सीढ़ी और फुटपाथ के माध्यम से एक दूसरे के घरों के छतों पर चलते हुए अपने घर के छतो तक पहुंचते थे, इन लोगों ने अपने घरों के प्रवेश द्वार को बैल के खोपड़ियों के साथ सजाया था और अपने घर के फर्श के नीचे अपने प्रिय जनों कि मृतकों की हड्डियों को दफन करके रखा। यह माना जाता है कि लोगों ने शहर की दीवारों के बाहर गेहूं से बदाम तक सबकुछ खेती करते थे। यह सभ्यता पूर्व-लोहा युग और पूर्व-साक्षर थी लेकिन फिर भी वें 2000 वर्ष के अस्तित्व के कई बिंदुओं पर 10,000 से अधिक मजबूत होकर कला और सार्वजनिक प्रथा से परिपूर्ण एक परिष्कृत समाज के पर्याप्त प्रमाण पीछे छोड़ गए। आखिरकार लोगों ने शहर क्यों छोड़ दिया, यह अज्ञात है।
5. कहोकिआ ( Cahokia )
Image: Cahokia

यूरोपियों ने इसे उत्तरी अमेरिका में आने से पहले, तथाकथित मिसीसिपिन्स ने बड़े मृग पिरामिड को घेरे हुये एक महान शहर बना लिया था और सितारों की गति को जानने के लिए लकड़ी से बने स्टोनहेंज जैसी संरचना का निर्माण किया था। आज इसे कहोकिआ कहा जाता है। आप अभी भी इलिनोइस में उनके अवशेष देख सकते हैं, यह 600 - 1400 ईस्वी के बीच अस्तित्व में था। शहर 6 वर्ग मील में फैला हुआ था और इस के केंद्र में लगभग 100 मातृत्व माउंस और एक विशाल भव्य चौक शामिल था। इसकी आबादी लगभग 40000 लोगों की हो सकती थी, जिनमें से कुछ बाहरी गांव में रहते थे। इस महान शहर के लोग, मेसोअमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा, शानदार कलाकार, आर्किटेक्ट और किसान थे जो गोले तांबे और पत्थर के साथ अविश्वसनीय कला बनाते थे। उन्होंने सिंचाई के लिए अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्थानीय मिसीसिपी और इलिनोइस के नदियों की एक शाखा को भी बना दिया था। यह पूरी तरह से निश्चित नहीं है कि लोग 1200 के दशक में इस शहर को क्यों छोड़ दिया। लेकिन कुछ पुरातत्वविदों का कहना है कि शहर में हमेशा बीमारी और अकाल के समस्याएं थी ( इसके बारे में कोई स्वछता प्रणाली नहीं थी ) और यहां के लोगों ने हरियाली ( और स्वस्थ ) और चारागाह के लिए इस जगह को छोड़ कर आगे चले गए।
6. गोबेक़ली टीपे ( Göbekli Tepe )
Image: Göbekli Tepe

सबसे रहस्यमय मानव संरचनाओं में से एक गोबेकली टिपे, यह शायद 10000 ईसापूर्व में बनाया गया था, और यह आज के दक्षिणी तुर्की में स्थित है। घोंसले की सृंखला के आकार, घुमावदार दीवारों और तारों, या मोनोलीथस की एक श्रृंखला, जानवरों के साथ उदासीन नक्काशीदार, इस जगह को शायद क्षेत्र में घूमने वाली जनजातियों के लिए एक मंदिर के रूप बनाया गया था। ये स्थाई निवासी नहीं थे, हलाकि संभव है कि कुछ पुजारी पूरे वर्ष यहां रहते थे। यह पहला स्थाई मानव निर्मित संरचना है जिसे पुरातत्वविदों ने खोजा है, और संभवतया अपने युग के स्थानीय मेसोपोटेमिया सभ्यता के शिखर का अधिक प्रतिनिधित्व करते हैं। लोग यहां क्या पूजा करते थे, वें कब आए, क्या वे यहां पूजा करने के अलावा कुछ और भी करते थे इस बात का पता आज तक पुरातत्वविदों ने भी नहीं लगा पाए हैं। लेकिन पुरातत्वविद इस जगह को और अच्छे से जानने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
7. अंगकोर ( Angkor )
Image: Angkor

अधिकांश लोगों ने कंबोडिया में शानदार मंदिर अंगकोर वाट के बारे में सुना है लेकिन यह अंकारा के नाम पर खमेर साम्राज्य के दौरान एक विशाल शहरी सभ्यता का एक छोटा सा हिस्सा था। यह शहर 1000-1200 ईसा पूर्व के मध्य मध्य युग के दौरान विकसित हुआ था और शायद दस लाख लोगो यहां रहते थे। अंगकोर के पतन होने के दो मुख्य कारण हो सकते हैं एक युद्ध के दौरान दूसरा प्राकृतिक आपदा के दौरान। इस शहर के अधिकांश वास्तुकला और हिंदू संस्कृति के रहस्य इस जंगल के नीचे स्थित हैं। यह शहर ज्यादातर रहस्य में बना हुआ है क्योंकि अभी भी यह अनिश्चित बना हुआ है कि यहां कितने लोग रहते थे और किस कारण से यह शहर खाली हो गई। इस शहर के सभी सड़कें और नहरें एक दूसरे से बहुत ही सुनिश्चित तरीके से जुड़ी हुई थी। कुछ पुरातत्वविदों का मानना है कि यह शहर दुनिया की सबसे बड़ी समृद्ध शहर और अपनी शिखर पर था।
8. फ़िरोज़ा पर्वत ( The Turquoise Mountain )
Image: Turquoise Mountain

हर वक्त टूटी हुई इमारतें, खंडहर बने हुए शहरें और खोई हुई सभ्यता का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। उनमें से कुछ करते हैं मीनरेट ऑफ जाम के साथ। यह 1100 के दशक में अफगानिस्तान के एक शहर में निर्मित एक खूबसूरत वास्तुशिल्प उपलब्धि है, जहां पुरातात्विक अवशेष बताते हैं कि यह एक महानगरीय क्षेत्र था, जहां यहूदी, ईसाई और मुसलमान सहित कई धर्म एक साथ रहते थे सैकड़ों वर्षों के लिए सामंजस्यपूर्ण। यह संभव है कि यह अविश्वसनीय मीनार अफगानिस्तान की खोई मध्ययुगीन राजधानी का हिस्सा था, जिसे फ़िरोज़ी माउंटेन कहा जाता है।
9. निया ( Niya )
Image: Niya

यह चीन में झिंजियांग प्रांत के ताकलामाकन रेगिस्तान में स्थित था, जो अब एक उजाड़ स्थान बन चुका है। 1600 साल पहले निया एक प्रसिद्ध सिल्क रोड के साथ एक ओएसिस में एक संपन्न शहर था। पिछले दो शताब्दियों से पुरातत्वविदों ने यहां पर एक सुंदर शहर को खोजा है जो लकड़ी के घरों और मंदिरों से भरा हुआ था। एक अर्थ में, निया, शुरुआती सिल्क रोड की खोई हुई सभ्यता का एक अवशेष है, जो एक व्यापार मार्ग था यह चीन से मध्य एशिया, अफ्रीका और यूरोप के साथ जुड़ा हुआ था। उस समय कई समूहों ने सिल्क रोड का दौरा किया, अमीर व्यापारियों और धार्मिक तीर्थयात्रियों से विद्वानों और वैज्ञानिकों के लिए, विचारों का आदान-प्रदान किया और 4,000 मील की इस सिल्क रोड के पास हर जगह एक जटिल, प्रबुद्ध संस्कृति का निर्माण किया। इस मार्ग में कई बदलाव हुए, लेकिन 1300 के दशक में मंगोल साम्राज्य के ढहते हुए एक व्यापार मार्ग के रूप में इसका महत्व कम हो गया। व्यापारियों ने बाद में चीन के साथ व्यापार करने के लिए समुद्र के मार्गों को पसंद किया।
10. नबाता प्लेया ( Nabta Playa )
Image: Nabta Playa

7,000 और 6500 ईसा पूर्व नबाता प्लेया एक अविश्वसनीय शहरी समुदाय के रूप में था, जो आज के मिस्र सहारा में है। वहां के लोगों ने पशुपालन, खेती और चीनी मिट्टी के चीजों को बनाया। और अपने पीछे उन्होंने सबूत के तौर पर खगोलीय गणना के लिए पत्थरों से बने स्टोन हेज की तरह गणितीय आकार को छोड़ गए। पुरातत्वविदों का मानना है कि कभी यहां महान निल नदी बहा करती थी जिसके कारण यह सभ्यता यहां फली फूली थी। हलाकि आज की स्थिति में यह जगह एक शुष्क क्षेत्र है, शायद उस समय मौसम बदलाव के कारण ऐसा हुआ होगा।

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