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Friday 16 June 2017

पाकिस्तान के इन 13 शानदार किलों मे भारत के कई इतिहास छुपे हैं

भारत और पाकिस्तान बंटवारें का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। भारत के आजादी के समय एक इस्लामिक देश पाकिस्तान का गठन किया गया और भारत को दो हिस्सों में बांट दिया गया। एक हिस्से में इस्लामिक लोगों को रहने के लिए दिया गया जबकि दूसरे हिस्से में सभी धर्मों को रहने के लिए छूट दी गई। बंटवारे के बाद भारत के बहुत से ऐतिहासिक धरोहर पाकिस्तान के क्षेत्र मे पड़ गये, इनमे धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक किलों जैसे भारत के अनमोल धरोहर भी शामिल है। यहां पर पाकिस्तान के 13 शानदार किलो का उल्लेख किया गया है जिनमें भारत के वर्षों पुरानी इतिहास शामिल है। बटवारे से पहले इन किलो पर भारत का पूरा पूरा अधिकार था लेकिन बटवारे के बाद अब इन किलों पर से भारत का अधिकार हट गया है।
1. दरावाड़ का किला
Image: Derawar fort Pakistan

डेरा नवाब साहेब बहावलपुर, बहावलपुर के डेरा नवाब साहिब से 48 किलोमीटर दूरी पर यह किला स्थित है। इस किले के 40 गण हैं, यह किला चोलिस्तान रेगिस्तान में कई मिल दूर से ही दिखाई देता है। इस किले की दीवारें 30 मीटर ऊंची और इसका घेरा 15 सौ मीटर है। इस किले को जैसलमेर के राजपूत राय ज्जा भाटी ने बनवाया था, सन 1733 में बहावलपुर के नवाब को इस पर कब्जा करने से पहले जैसलमेर के रॉयल फैमिली का महल हुआ करता था। इसमें बहावलपुर के नवाब और उनके फैमिली का मकबरा मौजूद है।
2. अलतीत फोर्ट
Image: Altit fort pakistan

हुंजा बेली, गुलजीत बाल्टिस्तान, पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगिट बाल्टिस्तान में हुंजा बेली के करीब करीमाबाद मे यह अलतीत फोर्ट मौजूद है। यह हुंजा स्टेट के राजाओं का किला था जो मीर सरनेम लगाते थे, माना जाता है कि यह किला 900 साल पुराना है, जिसके चलते इसे गिलगिट-बाल्टिस्तान का सबसे पुराना स्मारक माना जाता है। यह किला जर्जर हालत में मौजूद है लेकिन हालही में आगा खान ट्रस्ट ने नॉर्वे और जापान की मदद से इसे दुरुस्त कर दिया है। यह किला आम जनता के लिए 2007 में खोला गया था।
3. सादिक गढ़ पैलेस
Image: Sadiq Garh Fort

डेरा नवाब साहिब बहावलपुर, बहावलपुर जिले डेरा नवाब साहिब गढ़ में मौजूद सादिक गढ़ पैलेस पाकिस्तान के मशहूर किलों में से एक है। इस किले को 1882 में बहावलपुर के राजा नवाब सादिक मोहम्मद खान ने 10 साल और 15 लाख की लागत से बनवाया था। इस के हर कोने में बुर्ज बने हैं और बीच में खूबसूरत डॉम है, इस पैलेस के चारों ओर दीवारें और बगीचे बने हैं।
4. रोहतास फोर्ट
Image: Rohtas Fort

दीना टाउन झेलम, इस किले को राजा शेरशाह सूरी ने सन 1540 से 1547 के बीच बनवाया था, यह किला झेलम शहर के दीना टाउन के पास मौजूद है। शुरू में लोकल ट्राइब पोर्टहरी यानी घक्कर (Ghakkar Tribe) को कुचलने के लिए बनाया गया था। असल में शेरशाह सूरी घक्कर के आक्रमण से परेशान था और उनसे अपना सिंहासन बचाने के लिए किला बनवाया था। इसमें मजबूत गढ़ के साथ किले के भीतर सीढ़ीदार दीवारें और 12 दरवाजे हैं, 30000 लोगों ने इसे 8 साल में बनाया था। बाद में इसे मुगल शासक अकबर और सिखों ने भी इस्तेमाल किया था।
5. फैज महल
Image: Faiz Mahal

खैरपुर सिंध, सिंध के खैरपुर में मौजूद फैज महल पाकिस्तान के खूबसूरत महलों में से एक है। इस महल का इतिहास 200 साल पुराना है, इसे खहिरपुर के शाही फैमिली तालपुर मिल ने 1798 ई० में बनवाया था। खैरपुर रहिस मीरों का शहर था, जिन्होंने कई ऐतिहासिक बिल्डिंग बनवाए हैं। इस महल को अलंगढ़ के नाम से भी जाना जाता है, इसकी बनावट और खूबसूरत कारीगिरी अलग हटकर के है।
6. नूर महल
Image: Noor Mahal

नूर महल का निर्माण ब्रिटिश राज्य में बहावलपुर के नवाब ने किया था, 1872 में इसे इटली के महल की तरह बनवाया गया था। नवाब सूबे सादिक ने इसे अपनी बेगम के लिए बनवाया था, उनकी बेगम ने इस महल में सिर्फ एक रात ही गुजारी थी, उन्होंने अपनी बालकनी से कब्रिस्तान देखने के बाद दूसरी रात गुजारने से मना कर दिया था। इसलिए उनके राज्य के दौरान इसके किले का इस्तेमाल ही नहीं हुआ, अब इसका इस्तेमाल पाकिस्तानी आर्मी और स्टेट गेस्ट हाउस के लिए किया जाता है।
7. रॉयल फोर्ट लाहौर
Image: Royal Fort Lahore

यह किला शाही किले के नाम से जाना जाता है यह किला दीवारों से घिरे लाहौर शहर के कोने में स्थित है। कहा जाता है कि इसका मौजूदा बनावट मुगल शासक अकबर ने 20 हेक्टेयर जितना क्षेत्र मे बनवाया था। इस किले को मुगलो, सिखों और ब्रिटिश सम्राज्य ने लगातार बेहतर बनाया, किले में 2 मुख्य द्वार हैं आलमगिरी दरवाजा को औरंगजेब ने बनवाया था जो बादशाही मस्जिद के तरफ खुलता है, वही मस्जिदे गेट को अकबर ने बनवाया था जो लाहौर से मस्तगेट एरिया के तरफ खुलता है।
8. रेड फोर्ट
Image: Red Fort Muzaffarabad

पीओके के मुजफ्फराबाद नीलम नदी के किनारे बने रेड फोर्ट को मुजफ्फराबाद फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। इस किले का निर्माण की शुरुआत चक साम्राज्य ने की थी और इसे 1646 में इसे मुजफराबाद के संस्थापक मुजफ्फर खान ने किया। कश्मीर में मुगल शासन के दौरान इस किले ने अपनी अहमियत खो दी थी, क्योंकि उनकी दिलचस्पी काबुल, बोखार और गोदाक्षण में ज्यादा थी। किले ने पुराने शासन में दोबारा अपनी अहमियत हासिल की बाद में डोगरा के महाराजा गुलाब सिंह और रामवीर सिंह ने राजनीति और सैन्य ऑपरेशन के लिए इसकी मरम्मत कराई। यह किला तीन तरफ से नीलम नदी से घिरा हुआ है।
9. बाला हिसार कैसल
Image: Bala Hissar Castle

कबायली इलाके खैबर अख्तून खान के पेशावर में बाला हिसार कैसल मौजूद है। 19वीं सदी में यह अफगान राजा का महल था, इसे बाला हिसार नाम बस्तुन किंग तैमूर शाह दुरानी ने दिया था। इसे अफगान के दुरानी सम्राज्य के विंटर कैपिटल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था, इस किले ने अपनी विजेता, योद्धा, हमलावर और राज्य विद्रोह के जरिए विनाश और निर्माण का दौर देखा। आखरी बार इसे अफगान के राजा शेरशाह सूरी ने बनवाया था और इसकी नीव मुगल बादशाह हुमायूं ने रखा था। उन्होंने इसकी मरम्मत खुद अपनी निगरानी में करवाई थी वह इसका इस्तेमाल भारत विजय अभियान में करना चाहते थे।
10. रानी कोट किला
Image: Ranikot Fort

26 किलोमीटर क्षेत्र में फैला रानी कोट किला दुनिया का सबसे बड़ा किला है, रानी कोर्ट फोर्ट को चीन की दीवार की तरह माना जाता है, यह किरथर रेंज के लकी पहाड़ पर मौजूद है। माना जाता है कि इसका निर्माण परशियन नोबल इमरान बिन मूसा ब्रमकी ने करवाया था, जो सन 836 ई० में सिंध के गवर्नर थे। हालांकि इस किले के बनाने के पीछे कोई असल वजह मौजूद नहीं है, इसके मौजूदा बनावट मीर अली खान तालपुर और उसके भाई मीर मुराद अली ने 1812 में करवाया था।
11. रामकोट किला
Image: Ramkot Fort

रामकोट किला वास्तव में प्राचीन किला है जो आज़ाद कश्मीर में स्थित है। यहाँ केवल नाव के माध्यम से पहुँचा जा सकता है क्योंकि यह मंगला बांध से घिरा हुआ है। यह दीना से लगभग 13 किमी दूर स्थित है, यह किला एक हिंदू मंदिर पर बनाया गया था और एक पहाड़ी पर स्थित है। यह पाकिस्तान में सबसे पुराना किलों में से एक माना जाता है, जिसका वास्तुकला अभी भी संरक्षित है।
12. शारदा किला
Image: Sharda Fort

शारदा किला सुंदर नीलम घाटी में स्थित एक बहुत ही प्राचीन किला है। यह किला केवल किला ही नहीं है बल्कि एक हिंदू और बौद्ध मंदिर भी है। अब इस किले के बचे हुए प्राचीन अवशेषों को तोड़ दिया गया है। यह 9 वीं शताब्दी में बनाया गया था और पाकिस्तान के सबसे प्राचीन और सुंदर किलों में से एक में शामिल है।
13. स्कार्दू फोर्ट
Image: Skardu Fort

यह किला स्कार्दु में स्थित है और इसकी अनूठी वास्तुकला और सुंदर इंजीनियरिंग की वजह से यह किलों के राजा के रूप में भी जाना जाता है। स्कार्दु किला शुरू में स्कार्दु के राजाओं का निवास था। यह 1857 के वर्ष में रणबीर सिंह के मार्गदर्शन में बनाया गया था। यह कई सालों से संरक्षित है और अब सभी पाकिस्तानी लोगों के लिए एक अच्छी जगह है जहां पाकिस्तान में प्राचीन जगहों और महल की खोज करना अच्छा है।
पाकिस्तान मे और भी ऐसे बहुत से किले हैं जिनका उल्लेख यहां नहीं किया गया है, हो सकता है आने वाले लेखों में उनका उल्लेख किया जाएगा।

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