गूगल ने एक नई तकनीक का पेंटेंट कराया है, जिससे कंपनी कंप्यूटरीकृत लेंस को सीधे आँखों में लगाएगा।
Image: Google's new electronic lens
गूगल ने कहा है कि आने वाले साल में वह स्मार्ट चश्मा और स्मार्ट कांटेक्ट लेंस विकसित कर रही है जो आधुनिक हाई स्पीड कंप्यूटर से लैस रहेंगे। गूगल ने अपने नई तकनीक का पेंटेट कराने के लिए आवेदन भी दिए थे, जीसेे यूएस पेंटेट और ट्रेडमार्क कार्यालय ने पिछले हफ्ते मंजूरी दे दी है।
गूगल को इस कांटेक्ट लेंस के बारे में कहना है कि यह आपकी आंखों के लेंस को हटाकर, खाली लेंस कैप्सूल में द्रव को इंजेक्ट कर दिया जाएगा और फिर तरल पदार्थ में एक इलेक्ट्रॉनिक लेंस लगा दिया जाएगा।
Image: Google's new lens would be injected in eyeball.
एक बार आँखों मे साइबर लेंस को लगा देने पर कभी भी चश्मा या अन्य किसी चीज की आवश्यकता नहीं होगी जैसे दूरबीन या माइक्रोस्कोप। ऐसा करने के बाद जब भी जरुरत हो तब आंखों से तस्वीर और वीडियो को ले सकते हैं। इस कृत्रिम कंप्यूटरीकृत लेंस को स्वतः समायोजित कर सकते हैं, जिससे ऑब्जेक्ट को दूरी या बहुत करीब से देखने में अधिक मदद मिलेगी। लेंस को आंख के अंदर से ही संचालित किया जाएगा और इसे पास के वायरलेस डिवाइस से कनेक्ट भी किया जा सकेगा।
गूगल के अनुसार इस पेंटेट लेंस का उपयोग प्रेस्बायोपिया (Presbyopia) का इलाज करने के लिए किया जा सकता है। इस बीमारी में एक उम्र से संबंधित स्थिति में लोगों की आंखें स्थिर हो जाती है और उनकी फोकस करने की क्षमता कम या खो जाती है। यह आम आंख की समस्या को भी सुधार सकता है, जैसे कि मिओपिया (Myopia), हाइपरोपिया (Hyperopia), एसिग्माटिज्म (Astigmatism)।
Image: normal eye contact lens
आजकल चश्मा या कांटेक्ट लेंस के साथ धूमिल दृष्टि का इलाज करते हैं। लेकिन कभी-कभी दृष्टि सही नहीं हो पाती है। लेकिन इस लेंस के आ जाने से मेकेनिकल आंखों के साथ साइबर होने का भी अस्पष्ट लाभ है। लेकिन इस लेंस के आने से गोपनीयता का खतरा बन सकता है, यदि कंप्यूटरकृत आंखे हर समय डाटा प्रेषित कर रहे हैं तो यह कानून तोड़ने वाले या हैकर्स इससे किसी को भी आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। हालांकि गूगल ने कहा है कि यह मेकेनिकल लेंस व्यक्तिगत रूप से पहचान कर सकता है जिससे जानकारी सुरक्षित रहेंगे।
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