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Friday 17 November 2017

1860 के इस पेंटिंग्स में दिखा आज का स्मार्टफोन


समय यात्रा जैसी घटनाओं के बारे में कई सिद्धान्तों को बताया गया है। कुछ का मानना है कि इतिहास में समय यात्रा जैसी कोई घटना नही हुई है वहीं कुछ लोग इसे सबूत के साथ सच लाने की कोशिश करतें हैं। अभी हाल ही में एक 157 साल पुरानी पेंटिंग को लेकर ऐसा ही बताया जा रहा है।
यह तस्वीर 1860 में बनाई गई एक पेंटिंग है जिसे ऑस्ट्रियाई कलाकार फर्डिनेंड जार्ज वाल्डमूलर द्वारा बनाया गया था। पेंटिंग में दर्शाया गया है की एक ग्रामीण इलाके से महिला चलती हुई आ रही है अपनी हाथों में रखी चीज को देखते हुए। पास में एक लड़का हाथों में फूल लिए उसका इन्तेजार कर रहा है।
महिला के हाथ मे जो वस्तु है वह देखने मे पूरी तरह से तल्लीन है। ग्लासगो के सेवानिवृत्त अधिकारी पीटर रसेल ने देखा कि 157 वर्षों में इस ओर ध्यान किसी का नही गया। उनके अनुसार यह पेंटिंग जो म्यूनिख के नीयू पिनाकोथेक संग्रहालय में लटका हुआ है वास्तव में उस महिला के हाथ मे एक आईफोन है।
कुछ लोग इस बात से सहमत हैं कि हो सकता है की महिला स्मार्टफोन में बायीं और दाहिनी ओर स्वाइप कर रही थी और वह उस लड़के पर ध्यान न दे रही हो। लेकिन असलियत में चित्रकार ने लड़की के हाथ मे आईफोन नही बल्कि एक भजन पुस्तक को बनाया है। रसेल ने इस कहा है कि आज प्रौद्योगिकी में बदलाव ने चित्रकला की व्याख्या को कितना बदल दिया है। बड़ा बदलाव यह है कि 1850 या 1860 में प्रत्येक दर्शक उस चीज को पहचाना होगा जो लड़की को एक भजन या प्रार्थना पुस्तक के रूप में अवशोषित कर लेती है। लेकिन आज कोई भी स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया में एक किशोर लड़की के हाथ मे वह चीज देखने मे विफल हो सकता है।

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